CTET Paper-1 CHILD DEVELOPEMENT SECTION Answer key (08/12/2019)

CTET Paper-1 CHILD DEVELOPEMENT SECTION Answer key (08/12/2019)


NOTE- answers are given in Bold letters.

1- भाषा के अर्जन एवं विकास के लिए सर्वाधिक संवेदशील अवधि कौन सी है
(1) जन्म पूर्व अवधि
(2) प्रारंम्भिक बाल्यावस्था
(3) मध्य बाल्यावस्था
(4) किशोरावस्था

2- निम्नलिखित में से कौन सी लारेंस कोलबर्ग के द्वारा प्रस्तावित नैतिक विकास की एक अवस्था है
(1) प्रसुप्ति अवस्था
(2) सामाजिक अनुबंध अभिविन्यास
(3) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(4) उद्योग बनाम अधीनता अवस्था

3- कक्षा में परिचर्या के दौरान एक शिक्षक प्रायः लड़कियों की तुलना में लड़कों पर अधिक ध्यान देता है। यह किसका उदाहरण है।
(1) जेंडर पक्षपात
(2) जेंडर पहचान
(3) जेंडर संबद्धता
(4) जेंडर समरूपता

4- बच्चों में जेंडर रूढ़िवादिता एवं जेंडर – भूमिका अनुरूपता को कम करने के लिए निम्नलिखित में से कौन सी पद्धति प्रभावशाली है।
(1) जेंडर – पक्षपात के बारे में परिचर्या
(2) जेंडर – विशिष्ट भूमिकाओं को महत्व देना।
(3) जेंडर – पृथक खेल समूह बनाना।
(4) जेंडर – पृथक बैठने की व्यवस्था करना।

5- निम्नलिखित में से किस मनोवैज्ञानिकों ने बच्चों को ज्ञान के सक्रिय जिज्ञासु के रूप में देखते हुए उनके चिंतन पर सामाजिक एवं सांस्कृतिक विषय वस्तुओं के प्रभाव को महत्व दिया।
(1) जॉन बी. वाट्सन
(2) लेव वायगोट्स्की
(3) ज़ीन पियाज़े
(4) लॉरेंस कोलबर्ग

6- जिग – सॉ पहेली करते समय 5 वर्ष की नज्मा स्वयं से कहती है, नीला टुकड़ा कहाँ है। नहीं, यह वाला नहीं, गाढ़े रंग वाला जिससे वह जूता पूरा बन जाएगा।
इस प्रकार की वार्ता को वायगोट्स्की किस तरह संबोधित करते हैं।
(1) व्यक्तिगत वार्ता
(2) जोर से बोलना
(3) पाड़ ( ढाँचा)
(4) आत्मकेन्द्रित वार्ता

7- बच्चों को संकेत देना तथा आवश्यकता पड़ने पर सहयोग प्रदान करना, निम्नलिखित में से किसका उदाहरण है।
(1) प्रबलन
(2) अनुबंधन
(3) मॉडलिंग
(4) पाड़ (ढ़ाँचा)

8- निम्नलिखित व्यवहारों में से कौन सा ज़ीन पियाजे के द्वारा प्रस्तावित मूर्त संक्रियात्मक अवस्था को विशेषित करता है।
(1) परिकल्पित – निगमनात्मक तर्क, साध्यात्मक विचार
(2) संरक्षण, कक्षा समावेशन
(3) आस्थगित अनुकरण, पदार्थ स्थायित्व
(4) प्रतीकात्मक खेल, विचारों की अनुत्क्रमणीयता

9- बच्चों के संज्ञानात्मक विकास के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सी पियाजे की संरचना है।
(1) स्कीमा
(2) अवलोकन अधिगम
(3) अनुबंधन
(4) प्रबलन

10- आकलन का प्राथमिक उद्देश्य क्या होना चाहिए
(1) विद्यार्थियों के लिए श्रेणी निश्चित करना।
(2) संबंधित अवधारणाओं के बारे में बच्चों का स्पष्टता तथा भ्रांतियों को समझना
(3) विद्यार्थियों के प्राप्तांकों के आधार पर उनको नामांकित करना।
(4) रिपोर्ट कार्ड में उत्तीर्ण या अनुत्तीर्ण अंकित करना।

11- निम्नलिखित कथनों में से कौन सा बुद्धि के बारे में सही है
(1) बुद्धि एक निश्चित योग्यता है जो जन्म के समय ही निर्धारित होती है।
(2) बुद्धि को मानकीकृत परीक्षणों के प्रयोग से सटीक रूप से मापा एवं निर्धारित किया जा सकता है।
(3) बुद्धि एक एकात्मक कारक तथा एक एकाकी विशेषक है।
(4) बुद्धि बहु – आयामी है तथा जटिल योग्यताओं का एक समूह है।

12- रूही हमेशा समस्या के एकाधिक समाधानों के बारे में सोंचती है। इनमें से काफी समाधान मौखिक होते है। रूही किन गुणों का प्रदर्शन कर रही है
(1) सृजनात्मक विचारक
(2) अभिसरित विचारक
(3) अनम्य विचारक
(4) आत्म केन्द्रित विचारक

13- शिक्षण – अधिगम प्रक्रिया में, वंचित समूह से संबंधित विद्यार्थियों के द्वारा सहभागिता कम होने की स्थिति में एक शिक्षक को क्या करना चाहिए।
(1) बच्चों को विद्यालय छोड़ने के लिए कहना चाहिए।
(2) इस स्थिति को जैसी है, स्वीकार कर लेना चाहिए।
(3) इन विद्यार्थियों से अपनी अपेक्षाओं को कम करना चाहिए।
(4) अपनी शिक्षण पद्धति पर विचार करना चाहिए तथा बच्चों की सहभागिता में सुधार करने के लिए नए तरीके ढूँढ़ने चाहिए।

14- एक समावेशी कक्षा में, एक शिक्षक को विशिष्ट शैक्षिक योजनाओं को
(1) तैयार नहीं करना चाहिए।
(2) कभी – कभी तैयार करना चाहिए।
(3) सक्रिय रूप से तैयार करना चाहिए।
(4) तैयार करने के लिए हतोत्साहित होना चाहिए।

15- पठनबैफल्य बच्चों के प्राथमिक लक्षण क्या हैं।
(1) अपसारी चिंतन, पढ़ने में धाराप्रवाहिता
(2) न्यून – अवधान विकार
(3) धाराप्रवाह पढ़ने की अक्षमता
(4) एक ही गतिविषयक कार्य को बार – बार दोहराना

16- शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 में उल्लेख की गई समावेशी शिक्षा की अवधारणा निम्नलिखित में किस पर आधारित है
(1) व्यवहारवादी सिद्धान्त
(2) अशक्त बच्चों के प्रति एक सहानुभुतिक अभिवृत्ति
(3) अधिकार – आधारित मानवतावादी परिप्रेक्ष्य
(4) मुख्यतः व्यावसायिक शिक्षा उपलब्ध करा करके अशक्त बच्चों को मुख्यधारा में शामिल करना।

17- संरचनावादी ढ़ाँचे में, अधिगम प्राथमिक रूप से
(1) यंत्रवत् याद करने पर आधारित है।
(2) प्रबलन पर केंद्रित है।
(3) अनुबंधन द्वारा अर्जित है।
(4) अवबोधन की प्रक्रिया पर केंद्रति है।

18- अनेक घटनाओं के बारे मे बच्चों के द्वारा बनाए गए सहजनुभूत सिद्धांतों के संदर्भ में एक शिक्षिका को क्या करना चाहिए।
(1) बच्चों के इन सिद्धान्तों को अनदेखा करना चाहिए।
(2) बच्चों को दंडित करना चाहिए।
(3) बार – बार याद करने के द्वारा एक सही सिद्धांत से बदल देना चाहिए।
(4) प्रतिकूल प्रमाण एवं उदाहरणों को प्रस्तुत करके बच्चों के इन सिद्धान्तों को चुनौती देनी चाहिए।

19- छात्र केंद्रित शिक्षाशास्त्र की क्या विशेषता है।
(1) केवल पाठ्यपुस्तकों पर निर्भर होना
(2) बच्चों  के अनुभवों को प्रमुखता देना
(3) यंत्रवत् याद करना
(4) योग्यता के आधार पर विद्यार्थियों के नामांकित करना तथा वर्गीकरण करना

20- संवेग एवं संज्ञान एक दूसरे …… हैं।
(1) पूर्णतया अलग
(2) स्वतंत्र
(3) सन्निहित
(4) संबंधित नहीं

21- संरचनावादी सिद्धान्तों के अनुसार अधिगम के बारे में निम्नलिखित कथनों में से कौनन सा सही है।
(1) अधिगम पुनरुत्पादन एवं स्मरण की प्रक्रिया है।
(2) अधिगम यंत्रवत् याद करने की प्रक्रिया है।
(3) अधिगम आवृत्तीय संबंध के द्वारा व्यवहारों का अनुबंधन है।
(4) अधिगम सक्रिय विनियोजन के द्वारा ज्ञान की संरचना की प्रक्रिया है।

22- विद्यार्थियों को स्पष्ट उदाहरण एवं गैर – उदाहरण देने के क्या परिणाम है।
(1) अवधारणात्मक परिवर्तनों को प्रोत्साहित करने के लिए यह एक प्रभावशाली तरीका है।
(2) यह विद्यार्थियों के दिमाग में भ्रांतियाँ उत्पन्न करता है।
(3) यह अवधारणाओं की समझ मे अभाव पैदा करता है।
(4) यह अवधारणात्मक समझ के बजाय कार्यविधिक / प्रक्रियात्मक ज्ञान पर ध्यान केंद्रित करता है।

23- बच्चों को अधिगम गतिविधियों में भागीदारी करने के लिए लगातार पुरस्कार देना दंड का प्रयोग करने से क्या प्रभाव पड़ता है।
(1) बाहरी अभिप्रेरणा कम होती है।
(2) आंतरिक अभिप्रेरणा बढ़ती है।
(3) यह बच्चों को प्रदर्शन आधारित लक्ष्यों के बजाय निपुणता पर ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित करेगा।

(4) अधिगम में बच्चों की स्वाभाविक अभिरूचि तथा जिज्ञाना कम होती है।
24- अधिगम में से कौन सी प्रथाएँ सार्थक अधिगम को बढ़ावा देती है
(i) शारीरिक दंड
(ii) सहयोगात्मक अधिगम पर्यावरण
(iii) सतत् एवं समग्र मूल्याकन
(iv) निरंतर तुलनात्मक मूल्यांकन
(1) (i), (ii)
(2) (ii), (iii)
(3) (i), (ii), (iii)
(4) (ii), (iii), (iv)

25- शिक्षक बच्चों की जटिल अवधारणाओं की समझ को किस प्रकार सहज कर सकतें हैं।
(1) एक व्याख्यान देकर के।
(2) प्रतियोगितात्मक अवसरों की व्यवस्था करके।
(3) बार – बार यांत्रिक अभ्यास के द्वारा
(4) अन्वेषण एवं परिचर्या के लिए अवसर उपलब्ध करके।

26- एक प्राथमिक विद्यालय की अध्यापिका बच्चों को एक प्रभावशाली समस्या – समाधानकर्ता बनने के लिए किस प्रकार से प्रोत्साहित कर सकती है।
(1) प्रत्येक छोटे कार्य के लिए भौतिक पुरस्कार देकर
(2) केवल प्रक्रियात्मक ज्ञान पर बल / महत्व देकर
(3) गलत उत्तरों को अस्वीकार करके एवं दंडित करके
(4) बच्चों को सहजानुभूत अनुमान लगाने के लिए प्रोत्साहित करके तथा उसी पर आधारित विचार मंथन करके।

27- निम्नलिखित अवधि में से किसमें शारीरिक वृद्धि एवं विकास तीव्र गति से घटित होता है।
(1) शैशवावस्था एवं प्रारंभिक बाल्यास्था
(2) प्रारंभिक बाल्यावस्था एवं मध्य बाल्यावस्था
(3) मध्य बाल्यावस्था एवं किशोरावस्था
(4) किशोरावस्था एवं वयस्कता

28- निम्नलिखित में से कौन सा विकास का सिद्धान्त नहीं है।
(1) विकास जीवनपर्यन्त होता है।
(2) विकास परिवतर्य होता है।
(3) विकास आनुवंशिकता एवं पर्यावरण दोनों के द्वारा प्रभावित होता है।
(4) विकास सार्वभौमिक है तथा सांस्कृतिक संदर्भ इसे प्रभावित नहीं करते।

29- वैयक्तिक विभिन्नताओं का प्राथमिक कारण क्या है।
(1) लोगों के द्वारा माता – पिता से प्राप्त आनुवंशिक संकेत पद्धति (कोड)
(2) जन्मजात विशेषताएँ
(3) पर्यावरणीय प्रभाव
(4) आनुवंशिकता एवं पर्यावरण के बीच जटिल पारस्परिक क्रिया।

30- निम्नलिखित में से कौन सा द्वितीयक सामाजीकरण एजेन्सी का उदाहरण है।
(1) परिवार एवं पास – पड़ोस
(2) परिवार एवं मीडिया
(3) विद्यालय एवं मीडिया
(4) मीडिया एवं पास – पड़ोस

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